MP Assembly Election 2023: नर्मदा नदी की महत्वपूर्ण भूमिका, सियासी महत्व का पर्दाफाश | Manchh न्यूज़

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मध्य प्रदेश चुनाव में नर्मदा नदी का महत्वपूर्ण रोल, जानें कैसे यह नदी बन गई सियासी मुद्दा। जानें उनकी पूरी कहानी केवल Manchh न्यूज़ पर।

चुनावी साल में धर्म और आस्था के साथ सियासत का केंद्र नर्मदा नदी राजनीतिक दलों के लिए भी जीवनदायिनी साबित होती है। मध्य प्रदेश में 2023 के विधानसभा चुनाव (2023 Assembly Elections MP) से पहले नर्मदा की पूजा और आरती उतारकर जयकारे लगाए जा रहे हैं। पिछले दिनों जहां प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने नर्मदा आरती कर चुनावी शंखनाद किया तो अब कांग्रेस (Congress) ने नर्मदा सेवा सेना यात्रा शुरू की है, वहीं अब सीएम शिवराज (CM Shivraj Singh Chouhan) भी नर्मदा की पूजा अर्चना कर रहे हैं। तो आइए जानते हैं क्या वजह है कि Madhya Pradesh की सियासत में चुनाव नजदीक आते ही मां नर्मदा का आशीर्वाद राजनीतिक दलों के लिए कितना जरूरी है?

 मध्य प्रदेश में नर्मदा न सिर्फ जीवनदायिनी नदी है, बल्कि इससे एक बड़ा वोट बैंक भी जुड़ा हुआ है। यही वजह है कि एमपी में चुनावी बेड़ा पार लगाने के लिए नर्मदा मैया के सहारे जीत की नैया पार करने की कोशिश की जा रही है। साल 2018 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी इस नर्मदा की पैदल परिक्रमा कर चुके हैं। दिग्विजय सिंह की करीब 3300 किलोमीटर की 142 दिन की नर्मदा परिक्रमा यात्रा काफी चर्चा में रही थी। दिग्विजय सिंह के इस यात्रा से कांग्रेस को फायदा हुआ और 2018 में कांग्रेस ने नर्मदा नदी से लगी 35 विधानसभा सीटें जीतकर सत्ता हासिल की।

CM शिवराज सिंह ने भी शुरू की थी नर्मदा सेवा यात्रा 

साल 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी नर्मदा सेवा यात्रा शुरू की थी। करीब 150 दिनों तक चलने के बाद 11 मई 2017 को यात्रा का समापन हुआ था, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिरकत की थी। इस यात्रा में नर्मदा नदी के किनारे पौधरोपण किया गया, वहीं नर्मदा किनारे सफाई पर भी जोर दिया गया, ताकि मध्य प्रदेश की जीवन रेखा कही जाने वाली नर्मदा का संरक्षण किया जा सके। इतना ही नहीं राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा भी समय-समय पर नर्मदा पूजन करते हैं। भारत जोड़ो यात्रा के साथ राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने खरगोन में नर्मदा जी की आरती की थी, वहीं 2023 के चुनावी शंखनाद के लिए जबलपुर आईं प्रियंका वाड्रा ने पिछले महीने नर्मदा आरती की थी।

नर्मदा सेवा सेना का गठन किया

वहीं, कांग्रेस ने अपनी नैया पार लगाने की कोशिश में नर्मदा सेवा सेना का गठन किया है। पूर्व सीएम कमलनाथ का दावा है कि ये सेना नर्मदा नदी के संरक्षण के लिए काम करेगी। इसके अलावा ये अभियान अवैध खनन को रोकने, पौधरोपण, पेड़ों की कटाई, नर्मदा में गिर रहे नालों का पानी रोकने और नर्मदा की स्वच्छता को लेकर शुरू हो रहा है। उधर, पर्यावरण विभाग ने नर्मदा नदी के संरक्षण को लेकर अब तक का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट तैयार किया है। इस प्रोजेक्ट के तहत नर्मदा नदी की वास्तविक स्थिति का सर्वे किया जाएगा। मध्यप्रदेश में नर्मदा की कुल लंबाई 1 हजार 77 किलोमीटर है। प्रोजेक्ट पर चरणबद्ध तरीके से काम होगा। पहले फेस में करीब 350 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।

नर्मदा भक्ति के राजनीतिक मायने

नर्मदा नदी एमपी में 16 जिलों से होकर गुजरती है.

230 विधानसभा सीटों में से 100 से ज्यादा सीटें इन्हीं जिलों में आती हैं.

नर्मदा नदी से सटी कुल 65 विधानसभा सीटें हैं.

नर्मदा नदी के किनारे करीब 600 छोटे-बड़े गांव बसे हैं.

2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने इनमें से 36 सीटों पर जीत हासिल की थी.

नर्मदा नदी अनूपपुर जिले से शुरू होकर डिंडौरी, मंडला, सिवनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, रायसेन, नर्मदापुरम, सीहोर, देवास, हरदा, खंडवा, खरगोन, बडवानी, धार और अलीराजपुर जिलों से होते हुए गुजरात में प्रवेश करती है.

नेताओं पर अब धर्म का रंग 

वहीं, मध्य प्रदेश में चुनाव करीब आते ही नेताओं पर अब धर्म का रंग भी चढ़ने लगा है। जहां कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की राम कथा का आयोजन किया। वहीं, बीजेपी नेता और राज्य सरकार के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दतिया में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा का आयोजन किया। इसके अलावा देश और प्रदेश की सियासत में राजनीतिक यात्राओं की भी बड़ी भूमिका रही है। कई बार सियासी दलों के लिए ये गेम चेंजर भी साबित होती हैं। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने में अब कुछ ही महीने का वक्त बचा है।

ऐसे में बीजेपी जन आशीर्वाद यात्रा से सियासी रण का आगाज करने जा रही है। जन आशीर्वाद यात्रा सितंबर के पहले सप्ताह में प्रदेश के पांच इलाकों से निकलेंगी जो 25 सितंबर को भोपाल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विशाल जन सभा से समाप्त होगी। इस जन आशीर्वाद यात्रा के बहाने बीजेपी नेता आम लोगों को सरकार की ओर से किए गए विकास कार्यों के बारे में बताएंगे। 

पिछले 10 साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में हूं। वैश्विक और राजनीतिक के साथ-साथ ऐसी खबरें लिखने का शौक है जो व्यक्ति के जीवन पर सीधा असर डाल सकती हैं। वहीं लोगों को ‘ज्ञान’ देने से बचता हूं।

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