भारत में बनने वाली फिल्मों को देश के बाहर ज्यादातर बॉलीवुड के नाम से जाना जाता है। जबकि भारत में करीब 20 से भी ज्यादा भाषाओं में फिल्में बनती है, और कई अलग-अलग भाषा की फिल्म इंडस्ट्री के अपने-अपने नाम जैसे कि टॉलीवुड, कॉलीवुड भी हैं। लेकिन बॉलीवुड के नाम के पीछे की सच्चाई क्या है, क्या बॉलीवुड को हॉलीवुड नाम से जोड़ते हुए रखा गया है, चलिए जानते हैं आगे के वीडियों में।
हम सभी में ज्यादातर लोग ये मानते हैं कि जैसे कई फिल्में रीमेक बना दी जाती हैं, वैसे ही बॉलीवुड का नाम भी हॉलीवुड से कॉपी किया गया है। लेकिन इसमें सच्चाई नहीं है। इसका श्रेय बंगाली सिनेमा को मिलना चाहिए, जोकि 1920-1930 के दशक में टॉलीवुड कहलाता था। हालांकि अब टॉलीवुड तेलुगू सिनेमा को कहा जाता है।
दरअसल पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में एक जगह का नाम टॉलीगंज हैं, जोकि पहले बंगाली फिल्म इंडस्ट्री का केंद्र हुआ करती थी। तो ऐसा जिक्र भी मिलता है कि इसी से इन्पायर्ड होकर हिंदी फिल्मों के सेंटर बॉम्बे के लिए बॉलीवुड शब्द का इस्तेमाल किया, क्योंकि इसका नाम टॉलीवुड, हॉलीवुड से मैच करता था।
उसी दौर में मुंबई को बॉम्बे कहा जाता था, बॉम्बे जोकि अब मुंबई है। इसलिए ही हॉलीवुड की स्पैलिंग में एच को हटाकर बी जोड़ दिया गया और फिर 70 के दशक से ही दुनियाभर में इसे बॉलीवुड नाम से जाना जाने लगा।
वैसे टॉलीवुड के इतिहास पर नजर डालें, तो इस शब्द का सबसे पहले इस्तेमाल 1932 में किया गया था। विल्फोर्ड ई डेमिंग नाम के एक साउंड इंजीनियर से सबसे पहले इस शब्द का इस्तेमाल किया। अमेरिकन सिनेमेटोग्राफर पत्रिका में सबसे पहले इस शब्द का इस्तेमाल किया गया।
हालांकि भारतीय सिनेमा को बॉलीवुड कहा जरूर जाता है लेकिन यह नाम आधिकारिक नहीं है। हालांकि इसी के साथ नाम पीछे एक और वजह बताई जाती है। बॉलीवुड का सबसे पहला जिक्र सिनेब्लिट्ज मैगजीन की कॉलमिस्ट बेविंडा कोलैको ने 1976 में सबसे पहले बॉम्बे के लिए इस्तेमाल किया था।
हालांकि देश के बाहर यहां तक की कई भारतीय भी भारत में बनने वाले सिनेमा को बॉलीवुड नाम दे देते हैं। जोकि सरासर गलत है। भारत में तमिल फिल्म इंडस्ट्री को कॉलीवुड, तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री को टॉलीवुड और कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री को सेंडलवुड कहा जाता है।
शायद इसलिए ही कई बार कई दिग्गज इसे अलग-अलग वुड की बजाय भारतीय सिनेमा कहना ज्यादा पसंद करते हैं। अब जब बॉलीवुड को समझ गए तो हॉलीवुड के नाम के पीछे की कहानी भी जान लेते हैं। हॉलीवुड नाम के पीछे वजह अमेरिका के लॉस एंजिल्स में बसा एक शहर है हॉलीवुड माना जाता है।
ये अमेरिकी फिल्म इंडस्ट्री का बहुत बड़ा केंद्र है और इसलिए वहां के सिनेमा के लिए हॉलीवुड शब्द का प्रचलन है। इसी शहर के नाम पर एच. जे. व्हिटनी, जिन्हें फादर ऑफ हॉलीवुड कहा जाता है। उन्होंने अमेरिकन फिल्म इंडस्ट्री का नाम हॉलीवुड रखा था। साल 1910 में इसे लॉस एंजिल्स शहर में मिला दिया गया, वक्त के साथ लॉस एंजिल्स मेन फिल्म इंडस्ट्री के तौर पर उभरा और हॉलीवुड का नाम दुनियाभर में फेमस हो गया।
भारतीय सिनेमा की शुरुआत 1913 से मानी जाती है। जब भारत की पहली मूक फिल्म राजा हरिश्चंद्र का निर्माण हुआ था। इसके निर्माता दादासाहेब फाल्के थे।उन्होंने 1913 -1918 के बीच 23 फिल्मों का बनाईं।
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