जाको राखे साइयाँ मार सके न कोय...ये कहावत एक बार फिर सच साबित हुई है। सुन कर यकीन कर पाना मुश्किल है लेकिन ये सच है कि दुनिया के सबसे खतरनाक जंगल अमेज़न में हुए एक प्लेन क्रेश हादसे में बचे चार बच्चे 40 दिन तक वहां रहे। इन बच्चों का अमेजन में 40 दिन तक जिंदा रहना एक चमत्कार से कम नहीं माना जा रहा है। फिलहाल बच्चों का रेस्क्यू कर लिया गया है और अब उनका इलाज चल रहा है। बच्चों को जिंदा देखकर एक तरफ जहां लोग बहुत खुश हैं तो वहीं दूसरी ओर मन में ये सवाल भी है कि आखिर कैसे इतने दिनों तक ये चारों बच्चे जिंदा बच गए। अब इस बेहद दिलचस्प रेस्क्यू अभियान की कहानी क्या है वो हम आपको बता देते हैं।
घटना 1 मई 2023 की है...कोलंबिया के अराराकुआरा के अमेजोनिएन से 7 लोगों को लेकर सेन जोस डेल गुआवियारो की तरफ चला एक प्लेन इंजन में खराबी के चलते अमेजन के जंगल में ही क्रैश हो गया। रिपोर्ट के मुताबिक हादसे में बच्चों की मां समेत 3 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। अब बचे वो चार बच्चे...जिनकी उम्र 13, 9, 4 साल थी, सबसे हैरानी वाली बात ये थी कि एक बच्चा सिर्फ 12 महीने का था। प्लेन क्रैश के बाद क्या हुआ वो भी आपको बता देते हैं।
दो हफ्ते बाद 16 मई को एक सर्च टीम को जांच के लिए जंगल भेजा गया, जहां उन्हें दुर्घटनाग्रस्त विमान और तीन डेडबॉडी मिली लेकिन बच्चे कहीं नहीं मिले। सेना को ये महसूस हुआ कि बच्चे जिंदा हो सकते हैं। जिसके बाद चारों बच्चों की तलाश में 100 लोगों की रेस्क्यू टीम स्निफर डॉग्स के साथ जुट गई। ऑपरेशन ‘होप’ के नाम से शुरू हुए इस अभियान में स्वदेशी जनजातियों के दर्जनों वालंटियर्स ने भी मदद की। सेना ने बच्चों को खोजने के लिए दिन-रात रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। इस अभियान के दौरान सेना जंगल में लंच बॉक्स भी गिराती थी, इस उम्मीद में कि ये खाना बच्चों को जिंदा रखने में मदद करेगा।
अब सवाल ये उठता है कि आखिर रेस्क्यू टीम का बच्चों का सुराग मिला कैसे? तो बता दें...रेस्क्यू टीम को सर्चिंग के दौरान सुराग के तौर पर बच्चों के पैरों के निशान, एक डायपर और आधा खाया हुआ फल मिला। जिन्हें देखकर टीम को यकीन हो गया कि वो सही रास्ते पर हैं। सर्चिंग के दौरान मिलिट्री हेलिकॉप्टर से बच्चों की दादी की आवाज़ में एक रिकॉर्डेड मैसेज भी सुनाया जाता था। जिससे बच्चे एक जगह पर रूक जाएं। आखिर 40 दिन के बाद वो समय आया जिसका रेस्क्यू टीम को इंतजार था। बच्चे मिल गए, इसकी कुछ तस्वीरें सेना ने सोशल मीडिया पर शेयर की हैं।
बच्चों के मिलने के बाद कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ट्वीट करते हुए लिखते है कि पूरा देश खुशी मना रहा है। कोलंबिया के जंगल में 40 दिन पहले खोए बच्चे जिंदा मिल गए हैं।
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