पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और सोनिया गांधी की प्रेम कहानी। जो बेहद दिलचस्प है। ये प्रेम कहानी अपनी मंजिल तक तो पहुंची पर रास्ते में कई मुश्किल पढ़ाव आए।
साल 1965, ये वो वक्त था जब राजीव गांधी कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के ट्रिनिटी कॉलेज में पढ़ाई कर रहे थे। उसी दौरान कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के लोनॉक्स कुक स्कूल में अंग्रेजी लैंग्वेज सीखने इटली से एंटोनिया अल्बिना मायनो भी आई थीं। दोनों के कैंपस अलग थे पर दोनों का एक कॉमन फ्रेंड थे। जिनका नाम क्रिस्टियन था।
एक दिन क्रिस्टियन ने एक रेस्टोरेंट में राजीव और एंटोनिया अल्बिना को मिलवाया। क्रिस्टियन ने एंटोनिया अल्बिना से कहा कि ‘ये राजीव हैं, और भारत से आए हैं।’ राजीव ने हाथ आगे हाथ बढ़ाया तो, एंटोनिया ने भी शर्माते हुए हाथ मिला लिया। और इसके बाद एक प्रेम कहानी का सिलसिला शुरू हुआ। वो प्रेम काहानी जो मंजिल तक तो पहुंची पर रास्ते में कई मुश्किल पढ़ाव आए।
इस कहानी में 21 साल के राजीव को एक विदेशी लड़की से प्यार हो गया था। जिसके लिए अपनी मां इंदिरा गांधी को राजी करना था। वहीं 19 साल की एंटोनिया को अपना घर छोड़कर मिलों दूर जाकर बसना था जिसके लिए वो बेहद डरी हुई थीं। यही एंटोनिया आगे चलकर सोनिया गांधी बनीं। आज दास्तां इस दिलचस्प प्रेम-कहानी की।
रेस्टोरेंट में हुई पहली मुलाकात में राजीव और सोनिया एक-दूसरे से कुछ नहीं बोले। बस राजीव सोनिया को देखे ही जा रहे थे। तभी उनके दोस्त क्रिस्टियन ने राजीव से पूछा – ‘क्या वो लड़की तुम्हें पसंद है?’
सोनिया गांधी की बायोग्राफी 'द रेड साड़ी' में जेवियर मोरो लिखते हैं कि 'राजीव गांधी ने उसी दिन तय कर लिया था कि, सोनिया ही उनकी जीवन साथी बनेंगी। उन्होंने उसी दिन दोपहर में सोचा कि आज सभी एली शहर घूमने जाएंगे। सोनिया मना करना चाहती थीं, लेकिन मना करने की कोई वजह नहीं मिली। इसलिए हामी भर दी।'
इसके बाद राजीव गांधी ने अपनी मां इंदिरा गांधी को एक पत्र लिखा। राजीव गांधी लिखते हैं कि ‘मैं आपको बताना चाहता हूं कि, एक खास लड़की से मेरी मुलाकात हुई है, अभी उससे पूछा तो नहीं है, पर यही वो लड़की है, जिससे मैं शादी करना चाहूंगा।’
ये पत्र पढ़कर इंदिरा गांधी ने बेटे राजीव गांधी से कहा कि – ‘मैं लंदन आकर उस लड़की से मुलाकात करती हूं।’
उधर, राजीव से मुलाकात के बाद सोनिया बार-बार खुद से सवाल करतीं ‘क्या पहली ही नजर में इस तरह से प्यार हो सकता है?’
सोनिया ने तय किया कि, वो अब राजीव गांधी से नहीं मिलेंगी।
वजह जेवियर मोरो लिखते हैं कि, सोनिया के दिमाग में चल रहा था कि –‘राजीव न यूरोप के हैं न यूएसए के। वो तो भारत के हैं। जहां का रीति-रिवाज एकदम अलग है। वहां मैं कैसे रह पाऊंगी?’
इस टेंशन के बीच सोनिया गांधी राजीव गांधी से दोबारा से मिलीं। और इस मुलाकात में राजीव गांधी ने अपनी मोहब्बत का इजहार कर ही दिया। सोनिया गांधी भी मना नहीं कर पाईं। राजीव गांधी ने सोनिया गांधी से कहा कि - ‘मेरी मां तुमसे मिलना चाहती हैं।’
जेवियर मोरो लिखते हैं कि, ‘नवबंर 1965 में जब इंदिरा गांधी लंदन गईं। और उन्होंने जब रेशमी साड़ी पहने सोनिया को देखा तो देखते ही समझ गईं कि, वो डरी हुईं हैं, लेकिन थोड़ी देर बाद ये मुलाकात सहज हो गई।’
अब सोनिया गांधी अपने घर इटली गईं और माता-पिता को राजीव गांधी के बारे में बताया। सोनिया की मां ओला मायनो ने कहा – ‘लड़का दूसरे देश से है, तुम कैसे रहोगी।’
उधर, राजीव गांधी प्यार में इतने मशगूल हो गए कि ट्रिनिटी कॉलेज की पढ़ाई का ध्यान ही नहीं रहा। सभी विषयों में फेल हो गए। मीडिया में छपी खबर के मुताबिक उनका साइंटिस्ट बनने का ख्वाब अधूरा रह गया। अब राजीव गांधी इंपीरियल कॉलेज से इंजीनियरिंग करने लगे। पर सोनिया गांधी से प्यार करना नहीं छोड़ा।
सोनिया गांधी की बायोग्राफी में जेवियर मोरो लिखते हैं कि ‘एक दिन राजीव गांधी सोनिया के घर इटली गए। सोनिया गांधी के पिता स्टीफेनो से कहा – ‘मैं आपकी बेटी से शादी करना चाहता हूं।’
पिता ने कहा कि ‘मुझे तुम्हारी ईमानदारी पर शक नहीं है, पर चिंता इस बात की है कि ये भारत में नहीं रह पाएगी।’
राजीव गांधी – ‘आप सोनिया को कुछ दिन के लिए हमारे साथ भारत जाने दें। वो वहां चलकर खुद ही फैसला कर लेगी कि, उसके लिए क्या सही होगा।’
जब सोनिया 21 साल की हुई तो जनवरी 1968 में भारत आईं। अपना घर छोड़कर मीलों दूर भारत आने से पहले वो बेहद डरी हुईं थीं। राजीव गांधी ने सोनिया को अपनी स्कूटर से पूरा दिल्ली घुमाया।
इस दौरान सोनिया यहां के लोगों को बड़ी बारीकी से देख रही थीं। वहीं सोनिया के कपड़ों और बोली की वजह से लोग भी उन्हें देखे जा रहे थे। कुछ दिन बाद सोनिया को ये एहसास हो गया कि, लोगों के इस आकर्षण की बड़ी वजह गांधी परिवार के नाम से जुड़ना भी है।
सोनिया को भारत और राजीव पसंद आए। शादी के लिए हां कह दी। शादी की तारीख तय हुई 25 फरवरी 1968।
इस दौरान एक पत्रकार ने सोनिया गांधी से राजीव को लेकर एक सवाल पूछ लिया।
तो उन्होंने कहा – ‘I am marrying Rajiv Gandhi not the Prime Minister’s son.’
सोनिया गांधी ने शादी में इंदिरा गांधी की पसंद की साड़ी पहनी। ये वही साड़ी थी, जिसे जवाहर लाल नेहरू ने जेल में रहते हुए बुना था।
सोनिया गांधी और राजीव गांधी की तीन साल मोहब्बत चली और शादी के बाद उनका साथ 23 साल का रहा।
20 अगस्त साल 1944 को जन्मे राजीव गांधी की 21 मई साल 1991 में हत्या कर दी गई।
सोनिया और राजीव गांधी के एक बेटी प्रियंका गांधी और एक बेटा राहुल गांधी जो आज सोनिया गांधी के साथ मिलकर देश की पालिटिक्स में सशक्त भमिका निभा रहे हैं।
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