ज्ञानवापी परिसर में सर्वे के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) कानपुर से मदद मांगी है। कानपुर IIT के हेड ऑफ अर्थ एंड साइंस डिपार्टमेंट के प्रोफेसर जावेद एन मलिक (Professor Javed N. Malik) ने बताया कि ग्राउंड पेनिट्रेटिंग रडार (GPR) एक ऐसी तकनीक है, जिससे किसी भी वस्तु या ढांचे को छेड़े बिना उसके नीचे जले हुए कंक्रीट धातु पाइप केबल या दूसरी किसी भी वस्तुओं की पहचान की जा सकती है। इस तकनीक में इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन की मदद से ऐसे सिग्नल होते हैं, जो यह बताने में सक्षम हैं कि किसी भी वस्तु के आंतरिक हिस्से में क्या मौजूद है।
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