भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अड़े देश के नामी पहलवान आखिरकार सुलह के लिए सरकार से बातचीत को तैयार हो गए हैं। खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के बुलावे पर पहलवान बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक उनसे मिलने उनके घर पहुंचे हैं। फिलहाल बातचीत का दौर जारी है...बता दें इससे पहले भी 3 जून को प्रदर्शनकारी पहलवानों ने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी और अपने काम पर लौटने का निर्णय लिया था। लेकिन इस पूरे विवाद के बीच क्या आपको पता है कि ये पहलवान सरकारी नौकरी भी करते हैं। आइए हम आपको बताते हैं कि देश के ये पदक विजेता एथलीट किन विभागों में सरकारी नौकरी करते हैं।
बृजभूषण सिंह के खिलाफ विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया पिछले 138 दिनों से मोर्चा खोले हुए थे। इस बीच पहलवानों ने मौसम की मार झेली, पुलिस के साथ झड़प हुई। पहलवानों के खिलाफ FIR भी हुई, लेकिन विरोध प्रदर्शन जारी रहा। हालांकि, पहलवानों और गृहमंत्री अमित शाह के बीच मुलाकात के बाद कहानी बदल गई और पहलवान काम पर लौट गए।
बता दें...जानकारी के मुताबिक, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया स्पोर्ट्स कोटे के तहत रेलवे में ओएसडी के पद पर काम करते हैं। दो बार ओलंपियन रेसलर सुशील कुमार को रेलवे में सीनियर कमर्शियल मैनेजर के पद पर नौकरी मिली थी। लेकिन साल 2021 के सागर धनखड़ हत्याकांड में नाम आने की वजह से रेलवे ने उन्हें सस्पेंड कर दिया है। वहीं ओलंपियन गीता फोगाट को हरियाणा सरकार के पुलिस विभाग में डीएसपी और बबीता फोगाट को इंस्पेक्टर के पद पर नौकरी मिली थी। इसके अलावा पहलवान योगश्वर दत्त को भी हरियाणा सरकार में डीएसपी के पद पर नौकरी मिली थी। लेकिन बबीता और योगेश्वर को 2019 का हरियाणा विधानसभा चुनाव लड़ने के कारण नौकरी छोड़नी पड़ी।
इन रेसलर्स के अलावा कई ऐसे भी एथलिट हैं जो सरकारी नौकरी करते हैं। आइए वो भी आपको बता देते हैं। वेटलिफ्टिंग में भारत को पहला गोल्ड मेडल दिलाने वाली मीराबाई चानू मणिपुर के पुलिस विभाग में ASP के पद पर हैं। बॉक्सिंग में देश का नाम ऊंचाइयों पर ले जाने वाली एमसी मैरीकॉम को केंद्र सरकार ने 2016 में राज्यसभा में बतौर सांसद मनोनित किया था, जो फिलहाल रिटायर हो चुकी हैं। इसके अलावा बॉक्सर विजेंदर सिंह हरियाणा के पुलिस विभाग में डीएसपी के पद पर हैं। टोक्यो ओलंपिक में भारत को गोल्ड मेडल दिलाने वाले नीरज चोपड़ा को भारतीय सेना में नायाब सूबेदार के पद पर नौकरी मिली है। वहीं ओलंपिक में देश को पहला गोल्ड दिलाने वाले निशानेबाज अभिनव बिंद्रा को सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर नौकरी मिली।
इन सबके अलावा एक एथलीट ऐसे भी हैं जिन्होंने सरकारी नौकरी करते हुए देश का मान बढ़ाया। इस लिस्ट में निशानेबाज राज्यवर्धन सिंह राठौड़ का नाम है। हालांकि साल 2013 में चुनाव लड़ने के कारण उन्होंने रिटायरमेंट ले लिया।
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