इंडियन एयरफोर्स के लिए Transport Aircraft काफी जरूरी है. ताकि जवानों, Weapons, fuel और hardware को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचा सकें. मौजूदा वक्त में इंडियन एयरफोर्स के पास 9 तरह के Transport Aircraft है. लेकिन अब इसको अपग्रेड करने की पूरी तैयारी है. जिसके लिए दिसंबर में RFI जारी की गई थी. इस RFI के अंतर्गत करीबन 18 से 30 टन की क्षमता वाले एयरक्राफ्ट को अब एयरफोर्स के बेड़े में शामिल करने की योजना है जो पुराने IL-76 और AN-32 ट्रांसपोर्ट विमानों की जगह लेंगे. अभी इंडिया के पास IL-76 हेवी ट्रांसपोर्ट, IL-78 मिड एयर रिफलिंग, AN 32 मिलाकर करीब 100 एयरक्राफ्ट है.
बता दें नए एयरक्राफ्ट में तत्काल कार्रवाई और सैनिकों और कार्गो को पैरा ड्रॉप करने के लिए भी Facilities भी होंगी. इसके साथ ही ये छोटे एयरपोर्ट या कम सुविधाओं वाली हवाई पट्टियों से भी उड़ान भर सकेंगे. इसके लिए कौन सी कंपनियां आगे आई है और क्या अपडेट है जानते हैं. RFI को अभी तक 4 कंपनियों ने रिस्पोंड किया है.
1- Lockheed Martin जिसने C-130J Super Hercules को आगे किया है
2- Embraer है जिसने C-390 Millennium को आगे रखा है.
3- Airbus है जिसने A400M को आगे रखा है
4- Japnese Kawasaki C-2 है.
लेकिन अब जो रिपोर्ट आ रही है वो Airbus के परपोजल को लेकर है. इंडिया द्वारा Airbus के C-295 एयरक्राफ्ट जो हैं. वो रिसीव किए जा रहे हैं. हमारे पायलट्स की ट्रेनिंग भी हो चुकी है ये मेक-इन-इंडिया के तहत टाटा के साथ मिलकर भारत में ही बनेंगे और 16 स्पेन ही बनकर आएंगे जो कुछ ही दिनों में एयरक्राफ्ट इंडियन एयरफोर्स के फ्लाई कर रहे होंगे.इसी आपरेशन को आगे बढ़ाने के लिए Airbus द्वारा अपने Airbus A400 M को ऑफर किया गया है. इसे अगर बाकी से कंपेयर करें तो ये सबसे ज्यादा कैपिबल दिखाई देगा साथ ही Expensive भी दिखेगा. यहां पर जो Requirement है वो 60-80 एयरक्राफ्ट की हो सकती है. तो इस लिहाज से जो Cost है वो एक बड़ा फैक्टर होगा. क्योंकि ऑर्डर संख्या, बड़ी है तो ज्यादा महंगे एयरक्राफ्ट और महंगी डील को लीड करेंगे. यूरोप से लेकर कई ऐसे कंट्रीज है. जिन्होंने अपने C130J Super Hercules को ड्राप करके A400M को प्राथमिकता दी है. इसके पीछे रिजन ये भी हो सकता है कि क्योंकि उनकी Requirement लिमिटेड थी. इसलिए उनके लिए ये कैपिबल Bt एक्सपेंसिव प्लेटफार्म सेंस बना रहे थे इंडिया के लिए ये कितना सेंस बनाते है ये देखने वाली बात होगी. इन सबमें कौन बेस्ट है उसका कंपेयर भी आपको बताते हैं कि कि किस एयरक्राफ्ट में कौन से फीचर्स है.
अगर 18 से 30 टन कार्गो कैरिंग कैपिसिटी में मार्डन ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट को देखेंगे तो यहां आपको मेनली 4 एयरक्राफ्ट दिखेंगे. जो कि प्रोड्यूज किए जा रहे है. जिसका जिक्र हमने ऊपर वीडियो में किया था. लेकिन इन सबमें जो Lockheed Martin का C-130J Super Hercules है ये इंडियन एयरफोर्स के साथ पहले से ही सर्विस में है, करीबन 12 के नंबर में हम इन्हें ऑपरेट करते हैं. इसी एयरक्राफ्ट को कच्ची पट्टी पर एयर लद्दाख में उतारा था. ये हमारे द्वारा स्पेशल ऑपरेशंस में USE किए जाते हैं. इनमें शॉर्ट टेकऑफ और लैंडिंग की कैपिबिलिटी है. साथ ही साथ ये रफ रनवे भी आराम से लैंड कर सकते हैं. अब चारों के एक बार स्पेसिफिकेशन पर नजर डालते हैं. Airbus के A400 M एटलस एयरक्राफ्ट 2013 से ही सर्विस में है जिसे यूरोपियन कंट्रीज द्वारा USE किया जाता है. इसमें जर्मन Airforce, फ्रेंच Airforce, Spanish Airforce के साथ-साथ Royal Airforce भी इसकी ऑपरेटर है. तो फिलहाल के लिए इस एयरक्राफ्ट के लिए Aprox 180 एयरक्राफ्ट ऑर्डर कर दिए गए है. और इनकी जो डिलीवरी है वो Ongoing है. और एराउंड 110 एयरक्राफ्ट पहले से ही डिलीवर करें जा चुके हैं.
इस एयरक्राफ्ट की कैपिसिटी की बात करें तो 37 टन के आस-पास ये कैरी कर सकता है. ये हमारी रिक्वायरमेंट से भी ज्यादा है. यहां पर आपको Maximum रेंज 3300 किमी. की मिल जाती है. और जो सर्विस Altitude है वो 40000 फीट की मिल जाती है जो करीब 12 हजार 200 मीटर के आस-पास की है. यहां पर 4 टर्बो क्रॉप इंजन Use होते है. जो कि 11 हजार हार्स पॉवर प्रोड्यूस करने में सक्षम है. मैक्सिमम स्पीड यहां पर करीब 800 किलोमीटर प्रति घंटे की मिल जाती है स्पेशिलाइजेशन में नंबर-1 है लेकिन जब प्राइज की बात आती है तो ये उतना ही महंगा है. अगर 2021 के रेट की बात करें तो 140 मिलियन डॉलर्स के आस-पास का है. जो कि इसे काफी Expensive बनाता है. हालांकि Airbus का एयरक्राफ्ट हम अपनी कंट्री में भी बना रहे हैं. जो कि C-295 है. ऐसे में इसकी सर्विसंग और मेनटेनेंस को लेकर थोड़ी आसानी रह सकती है.
अगले प्लेटफॉर्म की बात करें तो ये Japnese Kawasaki C-2 है. ये दिखने में c-17 ग्लोबमास्टर की तरह दिखता है. पर उससे साइज में काफी छोटा है. अगर आप इसका साइज कंपेयर करेंगे एयरबस के A400 से तो यहां पर उससे लंबाई थोड़ी कम है. और विंग्स पैन थोड़ा सा कम है. और ये Airbuss के टर्बो क्रॉप इंजन के मुकाबले दो ही जनरल इलेक्ट्रिक दो इंजन को USe करता है. तो यहां पर आपको MaXIMUM कैपिसिटी है ये एराउंड 37 टन है. जबकि स्पीड a400 से ज्यादा मिलती है. approx 920 किलोमीटर पर हॉर की. रेंज के मामले में ये A400 से काफी आगे है. यहां पर आपको Maximum रेंज 4500 किमी. की मिल जाती है और जो सर्विस Altitude है वो 43000 फीट की मिल जाती है. जो कि रफली 13 हजार 100 मीटर है. स्पेशलाइजेशन में Kawasaki c2 Airbus के मामले में काफी बेहतर है. प्राइज की बात करें तो 153 मिलयन डॉलर्स इसका रेट है. बाकि ये एयरक्राफ्ट खाली जापान द्वारा ही Use किए जाते हैं. और अभी तक एक्सपोर्ट नहीं किए गए है. हालांकि कोशिश की जा रही है इनको एक्सपोर्ट करने की तो 15 हीं अभी तक बनाए गए है.
अब Move करते हैं अगले प्लेटफॉर्म की ओर जो Lockheed Martin का C-130J Super Hercules है जैसा ही हमने ऊपर डिसकस किया था. ये इंडियन एयरफोर्स के साथ पहले से ही सर्विस में है, ये1999 से ही सर्विस में है, करीब 500 के आस-पास पहले से ही प्रोड्यूज किए जा चुके हैं. तो Airbuss A4 की तरह ये भी 4 टर्बो क्रॉप इंजन पर वर्क करता है. पर साइज वाइज कैरिंग कैपिसिटी में ये काफी नीचे है. इसकी जो maximum कैरिंग कैपिसिटी है वो 20 टन के आस-पास बताई जाती है. जो पिछले दोनों एयरक्राफ्ट के मुकाबलें काफी नीचे है. लेकिन जो indian Army की Rfi की रिक्वायरमेंट है. उसमें आती है. ये काफी वर्जेटाइल एयरक्राफ्ट है. इसकी Maximum स्पीड 670 किलोमीटर पर हॉर की है. साथ ही जो Maximum रेंज आपको मिलती है. ये भी 15 टन लोड के साथ मिलती है. और जो Maximum सेलिंग है वो 8500 मीटर की है. अगर प्राइज की बात करें तो 85 मिलियन डॉलर्स है.
बाकी प्रोडक्शन लाइन में इसकी पॉसिबिलिटी इसलिए भी ज्यादा है कि इसके काफी पार्ट्स इंडिया में ही बनते हैं. अब आगे बढ़ते है अगले प्लेटफॉर्म की ओर Embraer के C-390 Millennium की. Embraer के लिए ये खबर है कि इनकी बात इंडिया से लगातार हो रही है. इस एयरक्राफ्ट की प्रोडक्शन लाइन को इंडिया में शिफ्ट करने के लिए पहले से ही 2019 से ये एयरक्राफ्ट इंडिया में है. और खाली 8 ही एयरक्राफ्ट ये बनाए गए है. इसकी जो Maximum स्पीड है 980 Km/hr है. साइज की बात करें तो ये Kawasaki C-2 और Airbuss A400 M से काफी छोटा है. Maximum कैरिंग कैपिसिटी की बात करें तो 2110 किलोमीटर 26 टन लोड की है. सर्विस सेलींग 11000 मीटर है. अगर प्राइज की बात करें तो 85 मिलियन डॉलर्स बताई गई है. ये एयरक्राफ्ट हमारी Requirement को पूरा करता है. अगर सबसे बेस्ट की बात करें तो वो Japnese का Kawasaki C-2 है
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