50 के दशक में दिल्ली में एक सिख फैमिली से ताल्लुक रखने वाले दर्शन सिंह रहते थे। उनकी पत्नी राजी कौर का सपना था कि वो बॉलीवुड में टॉप की एक्ट्रेस बने। अपने इस ख्वाब को पूरा करने के लिए वो दिल्ली से मुंबई शिफ्ट हो गईं। न कोई फिल्मी बैकग्राउंड था न कोई जान-पहचान। काम के लिए एक स्टूडियो से दूसरे स्टूडियो चक्कर लगतीं। लंबे संघर्ष के बाद काम नहीं मिला तो हार गईं। लेकिन थकी नहीं अपने अनुभव से सीखा। और फिर से एक ख्वाब देखा अपनी इकलौती बेटी को एक्ट्रेस बनाने का। आज कहानी हारी हुई मां के हाथों तराशी गईं बेटी एक्ट्रेस नीतू कपूर की। जिन्होंने 15 साल की उम्र में बतौर हीरोइन डेब्यू किया लेकिन सिर्फ 25 साल की उम्र में इंडस्ट्री से दूरी बना ली।
दर्शन सिंह और राजी कौर के घर 8 जुलाई साल 1958 को एक बेटी का जन्म हुआ। नाम रखा सोनिया। मां राजी कौर हीरोइन बनना चाहती थी तो सभी मुंबई शिफ्ट हो गए। राजी कौर फिल्मों के लिए स्ट्रगल कर ही रही थी कि पति दर्शन सिंह का निधन हो गया। इसके बाद राजी अपने सभी सपने अपनी छोटी सी बेटी सोनिया में देखने लगी। सोनिया मुंबई के हिल ग्रेज हाई स्कूल से पढ़ाई करती और उस दौर की फेमस एक्ट्रेस वैजयंतीमाला के डांस स्कूल में डांस सीखतीं। वैजयंती माला ने ही छोटी से सोनिया को फिल्मों में में काम करने को कहा। उन्हीं के कहने पर डायरेक्टर टी प्रकाश राव की साल 1966 में रिलीज हुई फिल्म ‘सूरज’ में सोनिया ने सिर्फ छह साल की उम्र में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट काम किया। और अपनी साबित कर दिया कि उनमें एक्टिंग की क्षमता है। अगले चार सालों में कुछ फिल्मों में बच्चों के रोल किए। लेकिन कई फिल्मों के ऑफर के बाद भी साल 1970 में मां राजी सोनिया को इंडस्ट्री से दूर ले गईं।
वो नहीं चाहती थीं कि उनका हश्र भी एक्ट्रेस डेजी ईरानी जैसा हो, जो 14 साल तक फिल्मों में बच्चों का रोल करती रहीं जब बड़ी हुई तो फिल्म मेकर्स ने उन्हें हीरोइन के रूप में काम नहीं दिया। सोनिया जब 14 साल की हुईं तो मां राजी कौर उनको लेकर दोबारा आईं। उनको पता चला ग्रेट शो मैन राजकपूर फिल्म 'बॉबी' के लिए हीरोइन तलाश रहे है। लेकिन सोनिया को बॉबी फिल्म नहीं मिली। वजह थी राज कपूर की मुलाकात खूबसूरत डिंपल से हो गई थी। सोनिया के हाथ ये चांस निकल गया। लेकिन मां राजी कौर ने हिम्मत नहीं हारी। उन्होंने अपनी बेटी के अच्छे-अच्छे फोटो खिंचवाए। ये फोटोज जब फिल्मी मैगजीन में छपे। तो सभी की आंखे खुली की खुली रह गईं।
डायरेक्टर के शंकर की साल 1973 में रिलीज हुई फिल्म 'रिक्शावाला' से एक्टर रणधीर कपूर के अपोजिट बतौर हीरोइन 15 साल की उम्र में सोनिया ने बॉलीवुड में डेब्यू किया। और अपना नाम बदलकर रखा, नीतू सिंह।
मां राजी कौर जानती थीं कि सिम्मी ग्रेवाल अच्छी फिल्में मिलने के लिए इंतजार करती रहीं और जीवन भर इंतजार ही करती रह गईं। इसलिए नीतू सिंह ने जो भी फिल्म आई उसे साइन कर लिया। मां राजी कौर नीतू सिंह की रील में भी फिल्म 'रानी और 'लालपरी' में मां बनीं और इस तरह से उन्होंने भी अपनी एक्टिंग का ख्वाब पूरा हुआ।
अगले दस, 10 में यूं तो नीतू सिंह ने इंडस्ट्री के हर बड़े कलाकार के साथ काम किया। पर सबसे ज्यादा उनकी जोड़ी ऋषि कपूर के साथ हिट रही। दोनों करीब 12 फिल्मों में एक साथ काम किया। दोनों धीरे-धीरे एक दूसरे को चाहने भी लगे।
ऋषि कपूर और नीतू सिंह की पहली मुलाकात साल 1974 में रिलीज हुई फिल्म 'जहरीला इंसान' के सेट पर हुई। दोनों एक-दूसरे के दोस्त बने।
ऋषि कपूर ने एक टीवी शो में बताया था कि ‘फिल्म 'जहरीला इंसान' की शूटिंग के वक्त किसी बात को लेकर मेरी गर्लफ्रेंड से बहस हो गई। इस बात से मैं दुखी था। तब मैं नीतू से मिला। नीतू ने मेरी टेलीग्राम लिखने में मदद की। जो मैंने अपनी रूठी गर्लफ्रेंड को मनाने के लिए लिखा था। लेकिन, वक्त के साथ मैं अपनी गर्लफ्रेंड को भूलने लगा और मुझे फील हुआ कि, नीतू ही मेरे लिए परफेक्ट हैं।'
एक दिन ऋषि कपूर ने नीतू सिंह से प्यार का इजहार कर दिया। ये बात मीडिया में आई तो पिता राज कपूर ने ऋषि कपूर से साफ कह दिया कि 'अगर नीतू को पसंद करते हैं तो पहले शादी करो।'
साल 1980 को दोनों ने शादी की। मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक, नीतू का लहंगा इतना भारी था कि उसे संभालते-संभालते वो बेहोश हो गईं। वहीं ऋषि कपूर भी अपने आसपास इतनी ज्यादा भीड़ होने से परेशान होकर चक्कर खा कर गिर पड़े।
शादी के बाद नीतू सिंह की मां अकेले हो गईं थी इसी वजह से ऋषि कपूर उनको भी अपने साथ ले आए।
नीतू सिंह से नीतू कपूर बन चुकी नीतू ने भी सिर्फ 25 साल की उम्र में इंडस्ट्री से दूरी बना ली। वजह थी फैमिली। उनके दो बच्चे हुए।
बेटे रणबीर कपूर भी एक्टर हैं और एक्ट्रेस आलिया भट्ट से शादी की। तो वहीं बेटी ऋद्धिमा कपूर हमेशा लाइम लाइट से दूर रही हैं। एक फैशन डिजाइनर के तौर में करियर बनाने वालीं ऋद्धिमा की शादी बिजनेस मैन भारत सैनी के साथ हुई है।
साल 1983 की फिल्म ‘जाने-जान’ के बाद इंडस्ट्री से दूरी बनाने वालीं नीतू कपूर ने 20 साल बाद साल 2013 में बेटे रणबीर कपूर की फिल्म ‘बेशर्म’ से कम बैक किया।
साल 2020 में वो जिंदगी में अकेले रह गईं। लेकिन अपने आप को दोबारा खड़ा किया।
65 साल की उम्र में नीतू खाने-पीने का बेहद ख्याल रखती हैं। वो एकदम फिट और एनर्जेटिक दिखती हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नीतू सिंह की नेटवर्थ लगभग 37 करोड़ रुपये है। वहीं ऋषि कपूर करीब 250 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति अपनी पत्नी और बच्चों के लिए छोड़ गए हैं।
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